आज फिर से तेरी याद आ गई है़। देखो ना फिर से तुझे जज्बा़त आ गई है़। लोग कहते है़, हर खूबसुरत चीज बेवफा होती है। पर ना जाने क्यों तुझ पर फिर से विश्वास़ आ गई है़। अबु सुफियान""इसमत"" आज फिर से तेरी याद आ गई है।