आखिर क्यूँ तुमने बिन गलती के भरोसे का एक साथी मार दिया! अपनी धुन में मस्त रहता तुमने एक हाथी मार दिया! मत बोल तुझे पता ना था कि पेट में पलते बच्चे की वो जाँ थी रे हैवान! वो इंसान ना सही पर वो भी तो किसी मासूम की माँ थी! ये जो पाप हुआ है तुमसे इस जघन्य पाप की माफी कैसे पाओगे? इक माँ को मार कर तुम अपने बच्चों संग जिंदगी कैसे बताओगे? याद रख रे मुर्ख! गलती की है, तो अब हिसाब तो देना पड़ेगा तीखे से लगते इन सवालों का इसी जिंदगी में जवाब भी देना पड़ेगा! इतने के बाद भी ग़र चैन मिले तो बताना! कहीं किसी रोज़ नींद भरी रैन मिले तो बताना! दुखद! #yqbaba #yqdidi #yqdidiquotes #yqbesthindiquotes #मलंग #elephantkilledinkerela #inhuman