Nojoto: Largest Storytelling Platform

शाम और इंतज़ार ना जाने वो सुबह कब आयेगी

शाम और इंतज़ार 






ना जाने वो सुबह कब आयेगी                                             
जब गरीब के हिस्से में रोटी                                                   
और दुखी के चेहरे पर मुस्कुराहट छाएगी।                               

      इंतज़ार उस पल का भी है मुझे             
       जब बेटी घर की लाज से ज्यादा            
        मा बाप के बुढ़ापे का सहारा और           
            सुख दुख की वारिस मानी जाएगी ।           

                               मां बाप को बोझ ना बना उनके
                               संघर्ष के किस्से कहानियां सुनाई
 जाएगी। #Shaam #thought
शाम और इंतज़ार 






ना जाने वो सुबह कब आयेगी                                             
जब गरीब के हिस्से में रोटी                                                   
और दुखी के चेहरे पर मुस्कुराहट छाएगी।                               

      इंतज़ार उस पल का भी है मुझे             
       जब बेटी घर की लाज से ज्यादा            
        मा बाप के बुढ़ापे का सहारा और           
            सुख दुख की वारिस मानी जाएगी ।           

                               मां बाप को बोझ ना बना उनके
                               संघर्ष के किस्से कहानियां सुनाई
 जाएगी। #Shaam #thought