बुलाती है मगर जाने का नई ये दुनिया है इधर आने का नई ओर रखनी पड़े जमी सर पर तो रखो चले हो तो चलना रुकने का नई देखा सड़क पर अर्थियां ही अर्थियां है मगर अभी मर जाने का नई बुलाती है मगर जाने का नई....... इन्दोरी शहाब🙅👏 ©Mr.Suru indori⭐🤗 #राहत_इंदौरी