ये मेरी धड़कनो का चलना बताता है मुझे अभी भी बा-ईमान मुझसे मोहब्बत है तुझे गर-न होती मोहब्बत तो हम कब्र में होतें गर-न होती मोहब्बत तो हम कब्र में होतें यही तो ताकत है सब्र की मेरे ये जो छोटी लाइन हैं धड़कनो की वो मेरी सोच से मिलीं और ये लम्बी लाइनें तेरी मोहब्बत से ही चलीं (((नर्गिस बेनूरी खज़ा))) ये धड़कने