बहुत याद आते हैं चुनरी लाल बेचन शर्मा उग्र बेमिसाल इनके क़लम थे तेज धार दार साहित्य मे करते थे बड़ा ही धमाल इंका अनुसरण कर्ता राही इनको नमन हो साल हर साल राकेश राही