गमो के सिलसिले है जिन्दगी में, गम थे पर गम्जदा ना थे, गमों का पहाड था जिन्दगी में पर हम खडे थे, क्युकी खुसियों की किरण उससे कही ऊँची थी। निशा और सहर की जींदगी मे, अंधेरों से रोशन इस रोशनी के अक्स छिपे हैं अंधेरों में। गमों से गम्जदा जिन्दगी में गमों से ही खुसियों के मेले है, इस भीड की तन्हाई में खुद संग ही अक्सर चले हैं। तन्हा दिल तन्हाई में ही संग है, जुदाई में ही प्रेम की उमंग है। #जिन्दगी के सिलसिले #शायरी # motivational#Life Lessons