ढूँढ रही हूँ न जाने कब से कोई मुझको सुनने वाला जो हाथ बढ़ाकर मेरी अनकही को छू ले स्पर्श करे वो मौन का गुँजन कर दे खाली अपनी आभा से भरे हुए इस मन का प्याला #rzचीखतेमौनकेबीच #yqrestzone #collabwithrestzone #restzone #yqrz #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone