White मैं वो और हमारी पहली मुलाकात सुनो... याद है ना हम मिले थे यूँ ही एक सफर मे मन्द मन्द हवाओं के झोंके सुहाना मौसम जो मुझे बस की खिड़की से बाहर देखने के लिए विवश कर रहा था पता नही कैसे बिना बोले तुम मेरी बातों को समझ गए मुझे खिड़की के पास वाली अपनी सीट के दी बिना किसी रिश्ते के बिना किसी जान पहचान के पूरे रास्ते मेरा ख्याल रखना जैसे मैं तुम्हारी जिम्मेदारी थी. कुछ घण्टों की मुलाकात इतनी सी बात, सारा सफ़र क्या जिंदगी ही बिता दी हमने एक साथ आज फिर से याद आ रही है वो सफर की पहली मुलाकात सुनो... क्या तुम्हें भी याद है?? हम मिले थे यूँ ही एक सफ़र मे हमसफ़र बनने के लिए अल्फाज़ मेरे ✍️ ©tannu #Thinking life quotes in hindi R K Mishra " सूर्य "