अपने हर इक क़ौल से वो फिर गया, किस क़दर स्यासत में नीचे गिर गया.. न गया बस अपने ही वो घर कभी, हर जगह वो वोट की ख़ातिर गया.. डर है तख़्तो-ताज छिन जाए न अब, इस लिए दैरो-हरम फ़ाख़िर गया.. कोई उससे जा के पूछो तो ज़रा, बिन बुलाए क्यूं "वहां" आख़िर गया? नफ़रतों का ही सहारा है उसे, वरना तो इस बार ये शातिर गया.. अपने चेहरे पर लगाकर के मुखौटे, अंधे,बहरे लोगों से वो घिर गया.. उसको तो इस पर भी अब ऐतराज़ है, क्यूं कोई मस्जिद गया.. मन्दिर गया! #yqaliem #siyasat #jhooth #communalism #nafrat #jumlebaazi #election2019 फ़ाख़िर - boaster