Unsplash ना कोइ हँसाने वाली खुशी ना कोई रुलाने वाला गम ना होता कोइ हमदर्द ना होते ये लाइलाज जख्म होठो पर ना होते शिकवे ना होती हमारी आंखे नम कितना अच्छा होता ना काश अगर पागल होते हम ©pragati #snow "सीमा"अमन सिंह