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पुलकित मन की सुंदरता जब उतरी कुदरती कोरे कागज़ प


पुलकित मन की सुंदरता 
जब उतरी कुदरती कोरे कागज़ पर
अपने चुंबन के कुछ निशान छोड़ गई
जग में सूरज-चाँद , धरती व आसमान  छोड़ गई
मेरे बसंती मन से खुद का  नाम जोड़ गई
और अपने बसंती  मन पे मेरा  नाम ओढ़  गई---!!!

©Vivek
  # सुंदरता
vivek7712018445095

Vivek

New Creator

# सुंदरता #कविता

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