कितना दर्द है दिल मे , दिखांऊ कैसै ॥ दूर भी तुमसे अब मैं, जांऊ कैसै ॥ तू बेवफा है , ये जहां को बतांऊ कैसै॥ दर्द है की रूकता ही नही, कही तेरी याद मे मर न जांऊ मै, मगर सोचता हूँ की तुझे रूश्वा होंने से भी बचाऊ कैसै॥ @ajaykumarplk jay waliya