Nojoto: Largest Storytelling Platform

उम्र तुम्हारी चौंतीस की और एक सौ दो कहानियाँ हाथों

उम्र तुम्हारी चौंतीस की
और एक सौ दो कहानियाँ
हाथों में लिए फिरती हो
हिना की निशानियाँ..

होंठों से निगाहों से 
गरज बरस पड़ती हो
अल्हड़पन के नशे में
हर रोज निखरती हो..
धीरे-धीरे मुझ में तुम
फूट कर उभरती हो
तुम सादगी से अपनी
ऐ-दोस्त गजब करती हो
ठिठोलियों में छिपा लेती हो अक्सर
अपनी वीरानियाँ..

उम्र तुम्हारी चौंतीस की
और एक सौ दो कहानियाँ!
-KaushalAlmora



     #दोस्तीमुबारक
#उम्र 
#कहानियां 
#yqbaba 
#yqdidi 
#yqquotes 
#yqpoetry
उम्र तुम्हारी चौंतीस की
और एक सौ दो कहानियाँ
हाथों में लिए फिरती हो
हिना की निशानियाँ..

होंठों से निगाहों से 
गरज बरस पड़ती हो
अल्हड़पन के नशे में
हर रोज निखरती हो..
धीरे-धीरे मुझ में तुम
फूट कर उभरती हो
तुम सादगी से अपनी
ऐ-दोस्त गजब करती हो
ठिठोलियों में छिपा लेती हो अक्सर
अपनी वीरानियाँ..

उम्र तुम्हारी चौंतीस की
और एक सौ दो कहानियाँ!
-KaushalAlmora



     #दोस्तीमुबारक
#उम्र 
#कहानियां 
#yqbaba 
#yqdidi 
#yqquotes 
#yqpoetry
kaushaljoshi2249

LOL

New Creator