शुरुआत हमारे प्यार की है भीनी -भीनी, सौंधी-सौंधी, खुश्बू बरसात की है। ये बरसात नही, शुरुआत ,हमारे प्यार की है। सुनो पिया। जब बरसात की रिमझिम बुँदे बरस रही थी। मेरी धड़कने तुझसे मिलने को बेतहाशा तरस रही थी। मुझे लगा, उन बूंदो की लड़ी में तेरी खुश्बू समाई थी।