है अंतर्मन में एक बात मेरे क्यों कौतूहल का अंत नहीं जुबान भले ही काली हो पर बरस पड़े यूं ही ये शावन और बसंत नहीं। ©Shilpa yadav #BhaagChalo #nojotohindi #nojotoenglish#poetry#nojotoenglishquote RAVINANDAN Tiwari mm Mumtaz