इक चिंगारी उठे गी तो ज्वाला भड़के गी, एक लाँघ में इक ईक्षा सागर तड़के गी। एक लक्ष्य को साधो फिर भिड़ जाओ तो, खुद को यूँ ना बाँधो कदम बढ़ाओ तो, जब पथरीले पथ के पत्थर घिस जाते हैं, तब जा कर के लोग मंज़िलें पाते हैं। The Emotional Soul #Poetry #Nojoto #TheEmotionalSoul #HindiKavita #Motivational #Inspirational