"खत" 😊अनुशीर्षक में पढ़े😊 कल मुझ पर एक इल्जाम लगा, कि तुम प्रेम नहीं लिख सकते...... मैंने स्वीकार भी किया, मगर फिर भी कुछ बड़े प्यार से लिखा है आप लोगों के लिए, पूरा पढ़िएगा😊😊 पन्नी खोली, बक्सा खोला टटोल लिया घर को पूरे अब मुद्दा भी संजीदा है यदि पूछूं तो पूछूं किस्से एक बक्से के काले पोथे में उस खत को तुम्हारे रखा था