भरी हुई किताब पर लिखकर देखा, मरे खयाल को पढकर देखा, हर उंचाई पर चढकर देखा, अपनी परछाई से डर कर देखा, हर एहसास एक जैसा ही है, हर प्यास एक जैसा ही है...#Deb #ehasaas_ek_jaisa