एक पहर साथ तो यह उजाला भी छोड़ देता है । फिर अंधेरा अपना रुख मोड़ लेता है फिक्र न करके परवाह करो इस बुरे वक्त की यही है जो जाने के बाद खुशियों से दामन जोड़ देता है। (अनिल गंगवार॔) motivational speech by anil gangwar.