आजा प्रियवर रंगों की महफ़िल सजाए हैं, लाल, पीला, हरा , नीला सब रंग लाए हैं। जो तुमको होगा पसंद वही लग रंग लगाएंगे, रंगों की इस महफिल में खुशी के गीत गाएंगे। कुछ तो जिंदगी के रंगों की दास्तान सुनाना, कैसी गुजरी रंगों के साथ वह कहानी सुनाना। बहुत अर्से बाद रंगों की महफिल सजा रहा हूं, आ जाओ प्रिय दोस्तों रंग लगाने को बुला रहा हूं, अगर जो रंग लगाऊं तो बुरा मत मान जाना, होली के इस अवसर पर प्रेम का रंग लगा जाना, खामोश रह चुके हैं बहुत हम अब, सोचना ना कुछ, दिल की बातों से उनको रंगों के जरिए बता जाना। ♥️ Challenge-522 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ :) ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए।