ना जानें क्यू इंसान , मुखोटे लगाए हुए है , आंखों में नमी है फिर भी , होंठों पर हसीं सजाए हुए है , क्युकी सिर्फ कहने वालों का, हुजूम लगा है बाहरी दुनिया में , हर इंसान अंदर से, चोट कोई गहरी खाए हुए है , गिले रखता है अपनो से, परायों से प्रेम बढ़ाए हुए है , जब टूटता है कोई ख़्वाब तो , उसकी सारी चुभन छुपाए हुए है , हर कोई अपना दर्द बाटने की फ़िराक में , नज़रों को उसकी तलाश में लगाए हुए है , कोई पूछे एक बार बस , सुकून ए पल मिलेगा उसे , जो अंदर की आग में, खुद को झुलसाए हुए है । ©Monika Dhangar(RaahiKeAlfaaz) #RaahiKeAlfaaz #new_post #nojoto#khamoshi#haal-eh-dil #alone