#5LinePoetry #पहलादिन तरंगित-सा जीवन कैसा बेरंग हो चला है, पर शायद सबको जीने का सबक मिला है। गिले शिकवे दिल के किसी कोने में मत रख मेरे दोस्त, न जाने कब कौन ख़ुदा को प्यारा हो चला है, पर शायद सबको अपनों के अपनेपन का एहसास मिला है।। ©Jitendra VIJAYSHRI Pandey "JEET " #जीतकीनादानकलमसे #Nojoto #nojotohindi #nojotoenglish #nojotonews #5LinePoetry dilo❤️ ki mallika कवि राहुल पाल