वक़्त जितनी दफा हारायेगा मुझे। पहले से भी निखरता पायेगा मुझे। हार और जीत से फर्क नहीं पड़ता। उड़ना जानती हूं कितना गिरायेगा मुझे। ©Chitra Chakraborty #hauslan