ना हसरत है मेरी सारा जहान पाने की, ना जरूरत है सब कुछ अपना बनाने की, ऐ खुदा! बस यही इक इल्तजा है मेरी, मैं वजह ना बनूँ किसी की आँखों में अश्क आने की। ©Mansi Pal #ऐ खुदा!