तुमने ......देखा ही नहीं कभी ग़ौर से मुझे देखते तो देख पाते ख़ुद को ही मुझमें जानने की कोशिश करते कभी मुझको वर्ण-वर्ण सा सरल समझ पाते तुम मुझे कहा तो अब तक बहुत कुछ तुमसे मैंने सुनना यदि चाहते तो सुन पाते तुम मुझे मत समझो कभी साथ नहीं थी मैं तुम्हारे महसूस करते तो हमेशा नज़दीक पाते मुझे कहा ही नहीं दिल की बातों को तुमने मुझसे कहते तो मेरे दिल की भी सुना पाती फिर तुम्हें तुमने पढ़ा ही नहीं मेरे चेहरे पर किसी कमी का रंज पढ़ते तो जान जाते फिर मेरे चेहरे पर तेरा होने का मन Muनेश...Meरी✍️🌺 तुमने देखा नहीं पतझड़ में भी बहार का रंग मेरे उदास चेहरे पर भी तुम्हारी याद का रंग। #देखानहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi