बेचते हैं रंग-ए-मोहब्बत नफ़रत के बाज़ार में,, भुला कर ज़ात धर्म की बातें बैठें हैं इंतेज़ार में.. -साबिर बख़्शी #yqbaba #shayari #holi #jaat_paat #dharm #islam