मैं रोता हूं, मैं सोचता हूं, मैं कोसता हूं और फिर सो जाता हूँ जब एक मासूम का बलात्कार होता है आंसू आंखो में लिए कैंड़ल मार्च करता हूं मैं रोता हूं क्यूँ उस मासूम को भी नहीं छोड़ा भेड़ियों ने क्या उत्तेजना इतनी होती है जवान नसों में मैं सोचता हूं ये सिस्टम हीं गन्दा है क्यूँ नियम कड़े नहीं हैं क्यूं ये सारे नेता उस मासूम के लिए खड़े नहीं हैं मैं कोसता हूं दिन भर काम के बीच अपने इन खबरों को पढ़ मैं कोसता हूं, सोचता हूं और कभी कभी रो जाता हूँ मगर घर पहुचते हीं चादर तान के सो जाता हूँ ऐसे तो साफ हो चुकी वो गंदगी जो रगों में मिलाई जा रही है जब मर्जी दोनों की ना हों तो ये कौन सी भूख मिटाई जा रही है सम्मान करना सिखो और सिखाओ मत भूलो सड़कों पर तुम्हारी बहन भी आ जा रही है.. #StopGirlAbuse #DilKiBaat #nojoto #quotes #liferules