Nojoto: Largest Storytelling Platform

बिनु पद चलइ सुनइ बिनु काना। कर बिनु करम करइ बिधि न

बिनु पद चलइ सुनइ बिनु काना।
कर बिनु करम करइ बिधि नाना॥
आनन रहित सकल रस भोगी।
बिनु बानी बकता बड़ जोगी॥


अर्थ : जो (परमात्मा) बिना पैरों के चलता है, बिना कानों के सुनता है बिना हाथों के नाना प्रकार के कर्म करता है मुख के बिना ही जगत के सारे रसों का आनंद लेता है, और बिना वाणी के सबसे सर्वश्रेष्ठ वक्ता है। हे पार्वती जिनका नाम लेकर मरते हुए प्राणी भी मोक्ष प्राप्त कर लेते हैं, वह प्रभु रघुश्रेष्ठ और चराचर जगत के स्वामी श्री राम सभी के हृदय की बात जानने वाले हैं।

©Music club
  #2023Recap #esvar ka swaroop kaisa hai uska varnan
naturalbageshwar6992

Music club

New Creator
streak icon35

2023Recap esvar ka swaroop kaisa hai uska varnan

27 Views