ज़ेहन ओ जज़्बात में हासिल कोई मिलावट तो नहीं जिस्म के इस पार से फ़िर रूह के उस पार तक एक ही हैं हम,शामिल कोई बनावट तो नहीं हम कहा ये चाहतें हैं, कोई समझे भी हमें जीते जागते इंसान हैं, कोई लिखावट तो नही ग़म बनाते हैं ज़ेहन को और भी संजीदा पर रूह फ़िर भी मुस्कराहटें ढूढ़ लाती हैं मग़र हम इसी को ज़िन्दगी का सानिया उम्दा समझें अच्छा है, बेहतर हैं कोई गिरावट तो नहीं ©ashita pandey बेबाक़ #Ganesh_chaturthi life shayari in hindi in life quotes life quotes in hindi