हां माना कि ज़िंदगी हमें देती है ज़ख्म हर कदम पर क्यों हर ज़ख्म की सज़ा ज़िंदगी को दी जाए इन्सान गुज़रता है अक्सर परेशानियों के दौर से ज़रूरी तो नहीं कि गुनाह-ए-ख़ुदखुशी की जाए #curbsuicide #nightthoughts #yqdidi #yqbaba #yqbhaijan