*मानसिक स्वास्थ्य* अच्छे-बुरे पल जीवन में अक्सर आते रहते हैं । और हमारे मन का संयम परखते रहते हैं । हर हाल में लेकिन हमें मुस्कुराना चाहिए । जिंदादिली से जीवन का हर क्षण बिताना चाहिए । मगर कभी ऐसा होता है,अपना ही कोई ग़म देता है । हम उस पर भरोसा करते हैं,और वो छलता रहता है । उसके ऐसा करने से हम ,अंदर तक हिल जाते हैं । ना चाहते हुए भी हम बड़े दुखी हो जाते हैं । लेकिन ये भरपाई भी हम, अपनी करनी की भरते हैं । अनुभव तो सचेत करता है फिर भी नजरंदाज हम करते हैं । इसीलिए कभी-कभी , मुश्किल में पड़ जाते हैं । ना चाहते हुए भी,,आहत मन को कर जाते हैं । वैसे भी मानसिक स्वास्थ्य पर,असर तभी गहरा पड़ता है। जब मनचाहा कुछ मिलने में ,तकदीर का पहरा पड़ता है । नौकरी हो , पैसा हो , या हो किसी का सच्चा प्यार,, जब तक मिल ना जाए ,आता नहीं दिल को करार । मगर एक बात भूल जाते हैं हम , दुनियाँ करले कितने भी सितम । हर वो शय मुमकिन है जगत में । जिसे चाहें पूर्ण मनोयोग से हम । तो क्यों अपना मानसिक स्वास्थ्य गिरायें । क्यों ना मन में दृढ़ विश्वास जगायें सब कुछ संभव इसी धरा पर , तो प्रयास तो बेहतर करते जायें । और मनचाहा सब कुछ पा जायेँ । हाँ मनचाहा सब कुछ पा जायेँ ©Pratibha Dwivedi urf muskan #मानसिकस्वास्थ्य #प्रतिभाउवाच #प्रतिभाद्विवेदीउर्फमुस्कान© #प्रतिभाद्विवेदीउर्फमुस्कानकीकलमसे #feelings Sangeeta Yadav Meera Kumari Kavita Mehta kiran kee kalam se Priyanka Jain