कसूर तेरी मोहब्बत का मैं कुछ यूं हो जाऊ के एक दफा फिर इस जहां से मैं तन्हा हो जाऊ सो जाऊं तुझे सपनों में कैद कर इस कदर मैं के मशरूफ तेरी मोहब्बत में बेपन्हा हो जाऊ -अल्फ़ाज़ ©अल्फ़ाज़ ❤️ #Light #WForWriters