मोहब्बतों में उलझने है कई जो सुलझाएंगे फिर कभी आज आए हो तो पास बैठो शिकायते फिर सुनाएंगे कभी और तुम मुकरे हो वादो से मेरे कई चलो कोई बात नहीं निभाएंगे फिर कभी वक़्त मिले तो सोचना कभी आज जा रहे हो छोड़कर तो चले जाओ पर ये ना केहना के फुर्सत से मिलने आएंगे फिर कभी । #___half_poet__ #fir_kabhi 🖤 #shayari #nojoto #soulfulwritting