मन तो बहुत करता है मोहब्बत करें पर किससे करें दिल धड़कता ही नहीं अब सीने में, इल्जाम लगा है धोखा देने का उन्हें जो बसे थे मेरे हर एक कसीदे में, कुछ दिन खुशी फिर अब रात बीत रही है रो कर सोने में, पहले वो रहते थे अब उनका दिया गम रहता है सीने में, देख कर उसे मुंह मोड़ लेता हूं फिर से ना वो बस जाए मेरे मक्का और मदीने में।। ©Mauryavanshi Veer #Mauryavanshi #Veeer #A #Break_up_day