आज रविवार है और आज का दिन सूर्यदेव को समर्पित होता है- कहा जाता है कि सूर्यदेव जगत की आत्मा है- इस पृथ्वी पर जीवन सूर्य से ही है- इसी को सर्वमान्य सत्य कहा गया है- जगत के कर्ता-धर्ता भी सूर्य को ही माना गया है-ऋग्वेद के देवताओं में सूर्य का महत्वपूर्ण स्थान है, सूर्योपनिषद में सूर्य को ही संपूर्ण जगत की उत्पत्ति का एक मात्र कारण निरूपित किया गया है !
भगवान सूर्य मंत्र:
ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्य
कालभैरव (शाब्दिक अर्थ- 'जो देखने में भयंकर हो' या जो भय से रक्षा करता है ; भीषण ; भयानक) हिन्दू धर्म #समाज