तलाक सही या गलत तलाक हो गई है ,एक आम बात। मैं आपको पसंद नही थाम लेती हू किसी और का हाथ।। मैं क्यों सुनूं तुम्हारी डांट। साथ लाई थी समान और जेवरात तुम नहीं, सही किसी और का साथ।। बोले पिता.. बेटी साथ न लाना अहम। मान सम्मान चाहते है हम।। रखना दोनो परिवार की लाज तुमसे ही है हम, है ये समाज, बोले पति..प्रिय बस तुम आ जाना साथ अपने खुशियां ले आना भूल कोई हो तो गले से लग जाना पर हमसे कभी दूर न जाना झुक जाऊंगा में जो मिलेगी तेरी चाहत न करूंगा कभी तुझे आहत..... तो आए ही क्यों ये शब्द तलाक जब होंगे अपने ही रिश्ते पाक ©chahat तलाक