मूंछों का अभिमान मूंछें हैं तो मर्द का मान है, यही उसकी शान और पहचान है। चमकती हैं ये जैसे ताज हो सिर का, दिलों पर करती राज हर नजर का। साहस की परिभाषा हैं ये मूंछें, हर मुश्किल में साथी हैं ये मूंछें। हर लड़ाई में ताकत बन जाएं, वीरों के जैसे ये लहराएं। मूंछों से बनता है रुतबा बड़ा, हर दिल इन पर जान छिड़कता। ये होती हैं स्वाभिमान का चिन्ह, जैसे सूरज की किरणों में धधकता दिन। तो रखो इन्हें सजा कर गर्व के साथ, मूंछें हैं तो जीवन में है खास बात। जो रखे इन्हें, वो रहता महान, मूंछें ही तो हैं पुरुष की जान। ©usFAUJI मूंछों का अभिमान #मूछें #usfauji #Life #Nojoto Vishalkumar "Vishal"