तेरी मेरी दास्तान प्यार की, इन्तजार की, इजहार की, लमहो में भरी जिंदगानी, दूरियों थी बेशक फिर भी करार में रवानी मिले न कभी, फिर भी कोई ग़म ना था, अहसास तेरे होने का दिल में हर दम था, छूटी थी जो तमन्ना अब जीने की और थी, बस मैं तेरा, तू मेरी, वो कहानी ही और थी। वो कहानी और थी #kahaniaurtki #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan