लिए झूठी मुस्कान चेहरे पर, कभी नकली लहजे सजाए हैं। बाहर से दिखते ताजे - ताजे, अंदर से जरूर ये मुरझाए हैं।। ©प्रेम शंकर "नूरपुरिया" नकली #Nature