ऐ दुश्मन मेरे वतन के तू मिल तो सही। तेरी नजरों में नजरें डाल के बात करेंगे.. इस भुलाबे मे मत रहना की कलम ही चला सकता हूँ। बात गर वतन और स्वाभिमान की आयी। तो तेरी हस्ती मिटाने के लिए आजाद ,भगत ,वीर उद्यम सिंह की भाषा में बात करेंगे। ##nationalism##terrirism##Revenge#indian army##proud ##bharat#