वक़्त बेवक़्त दुश्मनों को यूँ आराम दीजिये माफ़ करके उन्हें ख़ुद को इल्ज़ाम दीजिए भूल जाइये रिश्तों की तल्खियाँ तमाम ज़िन्दगी को सुकून की एक शाम दीजिये ये ठीक है कुछ रिश्तों के घाव नहीं भरते फिर भी गले लगाइये रिश्तों को नया आयाम दीजिये ज़िन्दगी लौट कर फिर मिलती नहीं कभी मुस्कुराइए अपने आप को ये इनाम दीजिये कुछ नहीं मिलता जहाँ में अपनों से रूठ कर आने वाली पीढ़ियों को ये पैग़ाम दीजिये #अभिशप्त_वरदान #रिश्तों_के_आयाम #yqdidi #yqbaba #yqfanclub