उनके ही दुपट्टे से आंसू पोंछ कर बैठे हैं जाना है उन्हे छोड़कर ये सोचकर बैठे हैं सामान सब भरा जा चुका है सब संदूक में हमारा बस दिल कर दे वापस तो चला जाये कही फिर ये सोचकर बैठे हैं लिपटकर अमरबेल के जैसे कमजोर कर दिया उसने मुझे पूंछते हैं हमसे क्या खता हुई जो रिश्ता तोड़ के बैठे हैं नशीली कलम #LastDay #byebyelove #ishq #mohabbat #tum