उड़ान भरूं कभी कदम न उठा सकूँ, अल्फ़ाज़ ही तो हैं न जाने इतने भारी क्यों लगें। यही सब लिखते लिखते भी सोचूँ मैं, कि बयां करूं या ना करूं मैं ये अल्फाज़ अनकहे। #yqbaba #yqdidi #feeling #lonely #dilemma #rightAndWrong #words