भावनाएं दर-बदर हो जाती हैं चंद लम्हें जब बेखबर हो जाती हैं, बुरा तो उस वक़्त ज्यादा लगता हैं जब अपने भी आपको बेइज्जत होते देख कुछ कर नहीं पाती हैं। #बेइज्जती_से_ज्यादा_बुरा_है_साथ_ना_मिलना