हमारा समाज कुछः अलग ही निराला है, जब कोई लड़की घर से निकल कर कुछ करना चाहती है।, तो उसको बुरा भला कहाँ जाता है। उसके पंखों को काटने की कोसिस की जाती है। "लड़की को सपने देखने का हक़ नही है क्या। वो भी चाहती है, माँ-पापा के लिए कुछ करे। भाई-बहन के सपनो को पूरा करे। सब की खुशी बने, अपने बलबूते पर। क्या सपने देखना गलत है?😢 Neha कुमारी पापा का अभिमान बनना चाहती हु, अभिषाप नही,😞😭