वक्त के तिजोरी से कुछ वक्त उधार लेते हैं । चलो कुछ वक्त ओर साथ गुजार लेते हैं ।। कहीं फिर वक्त कभी मिलें ना मिलें, चलो इस वक्त को ही अपना बना लेते हैं ।। मोहब्बत वक्त के तिजोरी से कुछ वक्त उधार लेते हैं । चलो कुछ वक्त ओर साथ गुजार लेते हैं ।। कहीं फिर वक्त कभी मिलें ना मिलें, चलो इस वक्त को ही अपना बना लेते हैं ।। कवि दिनेश कुमार #nojoto #poetry #shayeri #Purposeday #thought