जानकर भी क्यों इतना परेशान, खुद ही कर लेता एहसास। फिर भी है इतना निराश, हर पल रहती इसको तलाश। कुछ नोटों की, कुछ वोटों की , फिर भी है खुद से परेशान। निभाता है हर एक किरदार, जब तक होठों पर मुस्कान। मिलते रहे, यूं ही हर बार, करता रहता सबसे गुणगान। यूं ही नहीं कुछ सबसे खास, है इसे वरदान अपार। सब्र की घड़ी में क्यों है यह इतना लाचार? जानकर भी जिंदगी का राज, बंता क्यों है ये इतना महान? मिट्टी का इंसान, जान कर भी क्यों इतना परेशान। एक ख़ूबसूरत #collab Rest Zone की ओर से। #मिट्टीकाइंसान #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yourquotebaba#yourquotedidi