वो वक़्त था जो बीत गया आने वाले वक़्त की आस नहीं रखती ख़ामोशी से ही आगे बढ़ती हूं ज़माने को दिखाने के लिए हौसले साथ रखती हूं क्यूंकि मैं मशाल जलाने में विश्वास नहीं रखती #mashal