तरीखियो को आग लगे और दीया जले यह रात बेन करती रहे और दीया जले तुम चाहते हो तुम से बिछड़कर खुश रहूं यानी हवा भी चलती रहे और दीया जले उसकी जुबा में इतना असर है के निश्शब्द वह रोशनी की बात करे और दीया जले क्या मुझसे आजीज है तुमको दीए की लौ फिर तो मेरी मजार बने और दीया जले tahzeeb hafi #thzeebhafi diya jale